चैत्र ३० , गैंडाकोट | तपाइको आफ्नो २०७७ सालको सक्रान्ति फल हेर्नुहोस |
नामाक्षर =पु,ष,ण,ठ, ठा= हस्ता नक्षेत्र | पे,पो,रा,रि, पौ,र = चित्रा नक्षेत्र | रु,रे,रो,ता, रै,रौ,त=स्वाती नक्षेत्र | ती,तु,ते,तो,तै,तौ = विशाखा नक्षेत्र | ना,नि,नु,ने,न,नै = अनुराधा नक्षेत्र | नो,या,यि,यु,नौ,य = ज्येष्ठा नक्षेत्र | ये,यो,यौ,भ,भा,भि= मूल नक्षेत्र पर्ने सबैको फल = ( शिरमा) – जग्गा जमिन या अचल सम्पती लाभ
नामाक्षर=मा,मी,मु,मे, म,मै = मघा नक्षेत्र | मो,टा,टि,टु,मौ,ट = पूर्वफाल्गुनी नक्षेत्र | टे,टो,पा,पी,टै ,टौ, प= उत्तर फाल्गुनी नक्षेत्र पर्ने सबैको फल = ( मुख मा ) – मिठो भोजन वा वाणी लाभ ( बोलीबाट लाभ)
नामाक्षर=वे,वो,का,की,बै,क =मृगशिरा नक्षेत्र | कु,घ,ङ,छ,घा,छा =आद्रा नक्षेत्र | के,को,हा,हि,कै,कौ,ह =पुनर्बसु नक्षेत्र | हु,हे,हो,डा,है,हौ,ड= तिश्य नक्षेत्र | डि,डु,डे,डो, डै,डौ = अश्लेषा नक्षेत्र पर्ने सबैको फल = ( हृदयमा ) धन प्राप्ति – धनागम्
नामाक्षर=ली,लु,ले,लो,लै,लौ =भरणी नक्षेत्र | अ,इ,उ,ए,आ,ऐ = कृतिका नक्षेत्र | ओ,वा,वि,वु, औ,व = रोहिणी नक्षेत्र पर्ने सबैको फल = (दक्षकरे दाहिने हातमा) – प्रेम (बिपरित लिंगी बाट लाभ)
नामाक्षर=गा,गी,गु,गे, ग,गै=धनिष्ठा नक्षेत्र | गो,सा,सी,सु, गौ,स = शतभिषा नक्षेत्र | से,सो,दा,दि,सै,सौ,द =पूर्वभाद्रपदा नक्षेत्र पर्ने सबैको फल = ( दक्षपादे दाहिने गोडा ) – यात्रा भ्रमण (भ्रमणम्)
नामाक्षर=दु,थ,झ,ञ,था,झा = उत्तरभाद्रपदा नक्षेत्र | दे,दो,च,ची,चा,दै,दौ = रेवती नक्षेत्र | चु,चे,चो,ला,चै,चौ,ल = अश्विनी नक्षेत्र पर्ने सबैको फल = (बामकरे देब्रे हातमा ) – धन को अभाव (धन भैक्ष्यम्) अथवा फजुल खर्चमा वृद्धि
नामाक्षर=भु,धा,फा,ढा,ध,फ,ढ =पुर्व षाढा नक्षेत्र | भे,भो,जा,जी,भै,भौ,ज =उत्तरषाढा नक्षेत्र | जु,जे,जो,ख,खा =अभिजित नक्षेत्र | खी,खु,खे,खो,खै,खौ = श्रवण नक्षेत्र पर्ने सबैको फल = ( बामपादे बाया गोडा) – प्रतिकुल स्वास्थ्य कष्ट (कष्टम्)
नव बर्ष २०७७ सालको हार्दिक मंगलमय शुभकामना . (गैंडाकोट खबर . कम )परिवार